सोमवार, 4 जनवरी 2010

PRAYER

O LORD, THE INDEWELLER OF MY HEART!
REMOVE MY WEAKNESSES, DEFECTS AND
EVIL THOUGHTS. LET ME DEVELOP ALL
SUBLIME VIRTUES! MAKE ME PURE SO THAT
I MAY BE ABLE TO RECEIVE THY GRACE
AND BLESSINGS! THOU ART THE THREAD-
SOUL THAT CONNECTS ALL BEINGS.
THOU PERVADEST ALL, PERMEATEST AND
INTERPENETRATEST ALL THINGS OF THIS

UNIVERSE. LET ME REMEMBER THEE ALWAYS!
हे प्रभु, मेरे हृदय-निवासी!
मेरी कमजोरियों, अवगुण और दुर्विचारों को दूर करो।
मुझमें सब प्रकार के सद्गुण विकसित करो! मुझे पवित्र करो,
ताकि मैं आपकी करूणा और कृपा पाने योग्य बनूं!
आप ही सब आत्माओं के सूत्रधार हो जो सबको जोड़ते हो।
आपही समस्त ब्रह्माण्ड में व्यापक हैं और सबका आधार हैं।
मैं सदा आपका स्मरण करता रहूं!

1 टिप्पणी:

महावीर ने कहा…

प्रतिदिन यही प्रार्थना करने से मस्तिष्क में अवगुण और दुर्विचारों से निस्तारा होना निश्चित है. स्वत: ही सद्गुणों का आविर्भाव होने लगता है.
प्रार्थना के रूप में इन अनमोल शब्दों के लिए हार्दिक धन्यवाद और बधाई.
महवीर शर्मा