O ALL-MERCIFUL LORD!
GRANT US AN UNDERSTANDING AND FORGIVING HEART, BROAD TOLERANCE AND ADAPTABILITY. GRANT US THE INNER EYE OF WISDOM WITH WHICH WE WILL BEHOLD ONENESS OF THE SELF EVERYWHERE. MAY PEACE BE UNTO ALL!
MAY PROSPERITY BE UNTO ALL!
MAY HAPPINESS BE UNTO THE WHOLE WORLD!
OM PEACE! PEACE! PEACE!
हे दयामय प्रभु!
हमें क्षमाशील हृदय, विशाल सहिष्णुता,परस्पर समझ और अनुकूलता प्रदान करें। हमें आन्तरिक ज्ञान-चक्षु दें जिससे हमें हर ओर अपनी ही आत्मा के स्वरूप का दर्शन हो।
सब ओर शान्ति का वास हो!
सब ओर स्मृद्धि का वास हो!
समस्त विश्व में सुख का वास हो!
औम् शान्ति! शान्ति! शान्ति!
गुरुवार, 7 जनवरी 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें