मंगलवार, 12 जनवरी 2010

GOD - 12.01.10

HE IS ALL-MERCIFUL. HE DISPENSES THE FRUITS FOR THE ACTIONS OF THE LIVING BEINGS. HE QUENCHES THE THIRST OF THE LIVING BEINGS IN THE FORM OF ICE AND SUCCULENT FRUITS. IT IS THROUGH HIS POWER THAT YOU SEE, WORK, HEAR AND WALK. WHATEVER YOU SEE AND HEAR IS GOD. GOD WORKS THROUGH YOUR HANDS AND EATS THROUGH YOUR MOUTHS. ON ACCOUNT OF IGNORANCE AND ARROGANCE YOU HAVE FORGOTTEN HIM.
वह दयामय है। वह जीवों के कर्मों का फल देने वाला है। वह जीवों की प्यास को शीतल जल और रसान्वित फलों से बुझाता है। परमात्मा की शक्ति से तुम देखते, सुनते, चलते और काम करते हो। जो कुछ तुम देखते और सुनते हो, वह ईश्वर है। ईश्वर तुम्हारे हाथों द्वारा काम करता है और मुख द्वारा भोजन करता है। केवल अज्ञान और अहंकार के कारण तुम उसे भूल गये हो।

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