ENERGY IS WASTED IN IDLE THINKING.
KEEP YOURSELF ALWAYS OCCUPIED
IN DOING VIRTUOUS ACTIONS AND THE
STUDY OF RELIGIOUS BOOKS. YOU CAN
THEREBY CULTIVATE GOOD AND SUBLIME
THOUGHTS. DESTROY RANDOM THINKING.
(Swami Sivananda)
व्यर्थ के चिन्तन से शक्ति नष्ट होती है। अपने को सदा
धार्मिक कार्यों और धार्मिक पुस्तकों में संलग्न रखो।
वहीं से तुम अच्छे और पवित्र विचारों की शिक्षा
पा सकते हो। व्यर्थ चिन्तन को त्याग दो।
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सोमवार, 26 अक्टूबर 2009
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