LUSTFUL THOUGHTS, THOUGHT OF HATRED,
JEALOUSY AND SELFISHNESS, PRODUCE
DISTORTED IMAGES IN THE MIND AND
CAUSE CLOUDING OF UNDERSTANDING,
PERVERSION OF INTELLECT, LOSS OF
MEMORY, AND CONFUSION IN THE MIND.
(Swami Sivananda)
कामुक विचार, घृणा की भावना, द्वेष और स्वार्थ के विचार
- मन में विकारों का रूप धारण कर लेते हैं, जिनके कारण
बुद्धि और समझ में विकार आ जाता है, स्मरण शक्ति का
ह्रास होने लगता है और मन में भ्रम उत्पन्न हो जाता है।
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मंगलवार, 20 अक्टूबर 2009
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