मंगलवार, 13 अक्टूबर 2009

DIVINE MESSAGE - 13.10.09

IF THERE IS LUST THINK OF THE
ADVANTAGES OF CELIBACY. IF THERE
IS MOHA(INFATUATION), THINK OF
DISCRIMINATION AND ATMIC VICHARA.

यदि काम-भावना उपद्रव कर रही है

तो ब्रह्मचर्य के लाभों की सोचो।
यदि मोह प्रबल है तो विवेक और

आत्म-विचार के संबंध में सोचो।

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2 टिप्‍पणियां:

हरकीरत ' हीर' ने कहा…

यदि काम-भावना उपद्रव कर रही है
तो ब्रह्मचर्य के लाभों की सोचो।
यदि मोह प्रबल है तो विवेक और
आत्म-विचार के संबंध में सोचो।

yun hi chalte chalte aap ke blog tak aa gayi ....achhe vachan likhe hain aapne ....!!

VIJAY ANANT ने कहा…

Rev. Harkirat Ji,
I express my sense of gratitude for your sentiments which encourage me immensely.
thanks,
regards,
vijay anant, 09815900159