Misunderstanding easily occurs between two persons. One is not able to understand rightly the views of another. Hence, friction, rupture and quarrel occur within a minute even amongst fast friends. The friendship does not last long. One should be in tune with the mental vibrations or thought vibrations of another man. Then only one can easily understand another.
(Swami Sivananda)
प्रायः दो व्यक्तियों में अनबन हो जाया करती है। एक, दूसरे के मतलबों को ठीक से नहीं समझ पाता। अतः घनिष्ट मित्रों में भी एक पल में तनाव और झगड़ा हो जाता है। मित्रता अधिक समय तक नहीं निभती। प्रत्येक व्यक्ति एक-दूसरे के विचारों के स्फुरण के साथ मेल रखे; तभी एक, दूसरे को आसानी से समझ सकता है।
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सोमवार, 19 अक्टूबर 2009
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