IT IS, INDEED, IMPOSSIBLE FOR ANY
EMBODIED BEING TO ABANDON
ACTIONS ENTIRELY. HE WHO
RELINQUISHES THE FRUIT OF ACTION,
IS VERILY, CALLED A RELINQUISHER.
(Gita-Ch.18, Sh.11)
निसन्देह किसी भी देहधारी के लिए
समस्त् कर्मों का परित्याग कर पाना
असंभव है, जो कर्मफल का त्याग
करता है वही त्यागी कहलाता है।
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शुक्रवार, 28 अगस्त 2009
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