THOSE WHO HAVE NOT RELINQUISHED
THE FRUIT, ACCRUES THREE KINDS OF
FRUIT OF ACTION - PLEASANT, UNPLEASANT
OR MIXED, AFTER DEATH. BUT THERE IS
NONE AT ANY TIME FOR A RELINQUISHER.
(Gita, Ch.18, Sh.12)
कर्मफल का त्याग न करने वाले को तो
अच्छा, बुरा या मिश्रित तीन प्रकार का फल
मरने के पश्चात् अवश्य होता है, किन्तु सन्यासी
को कर्मों का फल किसी काल में भी नहीं होता।
अनिष्टमिष्टं मिश्रं च त्रिविधं कर्मणः फलम्।
भवत्यत्यागिनां प्रेत्य न तु सन्यासिनां क्वचित।।
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