IF ALL COVET THE SAME THING,
IT LEADS TO FATAL FEUDS,
PRINCES COMMIT FRATRICIDE
TO MONOPOLIZE THEIR RULE.
अभिलाषी इक बात के, तिनमें होय विरोध।
काज राज को राजसुत, लरत भिरत करि क्रोध।।
(वरिन्द कवि)
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गुरुवार, 17 दिसंबर 2009
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