गुरुवार, 29 अप्रैल 2010

DIVINE MESSAGE - 27.04.10

Everyone proclaims love,
what is love? None knows,
True love is a ceaseless river
that for ever flows.
(Kabir by K.C. Kanda)
प्रेम प्रेम सब कोई कहे प्रीत न जाने कोय।
आठ पहर बहता रहे प्रेम कहावे सोय॥

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